मिशन उत्तर प्रदेश पर निकलीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कल दोपहर जयपुर से लौटने के बाद लखनऊ में बैठकों का दौर शुरू किया, जो आज सुबह करीब पांच बजे तक चला. मुलाकातों का दौर करीब 15 घंटे तक चला. उन्होंने लगभग 12 लोकसभा सीट के पार्टी नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक की.
मुलाकात के बाद प्रियंका ने कहा कि यूपी के संसदीय इलाकों को बहुत कुछ सुनने को मिल रहा है, संगठन कैसे मजबूत होगा ये देखना है. प्रियंका गांधी ने पति रॉबर्ट वाड्रा से ईडी की लगातार पूछताछ पर कहा कि ये चीज चलती रहेंगी. मैं अपना काम कर रही हूं.
प्रियंका गांधी सोमवार को लखनऊ में रोड शो करने के बाद अपने पति रॉबर्ट वाड्रा से मुलाकात के लिये विशेष विमान से जयपुर रवाना हो गयी थीं. जिसके बाद वह कल दोपहर करीब एक बजे लखनऊ हवाई अड्डे पर पहुंची. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर समेत कई वरिष्ठ नेता उनकी अगवानी के लिये हवाई अड्डे पहुंचे थे. प्रवर्तन निदेशालय वाड्रा और उनकी मां मॉरीन से बीकानेर में जमीन खरीद मामले में पूछताछ कर रहा है.
पूर्वी उत्तर प्रदेश की कांग्रेस प्रभारी प्रियंका लखनऊ के चार दिन के दौरे पर हैं. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका लखनऊ, मोहनलालगंज, प्रयागराज, अम्बेडकर नगर, सीतापुर, कौशाम्बी, फतेहपुर, बहराइच, फूलपुर और अयोध्या समेत 12 लोकसभा क्षेत्रों के वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों के साथ एक-एक कर बैठक की.
प्रियंका आज (बुधवार) और कल (गुरुवार) को भी अपने प्रभार वाले बाकी लोकसभा क्षेत्रों में भी पार्टी की स्थिति का जायजा लेंगी. पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रियंका इन बैठकों में हर लोकसभा क्षेत्र में पार्टी संगठन की स्थिति का जायजा ले रही हैं. प्रियंका की इन बैठकों को आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों और प्रत्याशियों के चयन के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
प्रियंका ने सोमवार को लखनऊ में एक रोडशो के जरिये अपने चुनाव अभियान की जोरदार शुरुआत की थी. इस दौरान उनके साथ उनके भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे.
गौरतलब है कि प्रियंका को पूर्वी उत्तर प्रदेश की 41 सीटों की जिम्मेदारी दी गयी है और राज्य के इस हिस्से में बीजेपी का खासा दबदबा माना जाता है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया को 39 सीटों की जिम्मेदारी दी गई है.
प्रियंका को जिन सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई है उनमें अमेठी और रायबरेली के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ कही जाने वाली गोरखपुर सीट भी शामिल है. गत 23 जनवरी को प्रियंका और सिंधिया को महासचिव नियुक्त करते हुए उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गयी थी.